बलात्कार से बड़ा कोई ज़ुर्म नहीं है धरती पर.. 🖋 कुंदन सिंह कनिष्क टांगो के बीच से जन्म लेने के बाद वक्षस्थल से अपनी प्यास और भूख मिटाने वाला इंसान, बड़ा होते ही औरतों से इन्ही दो अंगों की चाहत रखता है!!!!! और इसी चाहत में बीभत्स तरीकों को इख्तियार करता है.......जैसे बलात्कार और फिर हत्या.....? या एसिड अटैक .......?? ये कैसी चाहत है औरत से...??? जननी वर्ग के साथ इस तरह की धिनौनी मानसिकता..?? का वध होना चाहिए ।।।। ऐसी कुत्सित मानसिकता वालें लोगों का.....सचमुच वध होना चाहिए ।। बलात्कार से बड़ा कोई ज़ुर्म नहीं है धरती पर.. ...... विचार करें दोस्तों ......... *******युवा सोच******