#भारत_माता_के_आंचल_के_रक्षा_करत_करत_जे_शहीद_हो_गईलन, उनकरा काहे भुला गइलअ हो #विजय भैया,#अनंत भैया ,काहे भुला गइलअ हो झारखंड सरकार #रघुवर बाबु ?
#भारत_माता_के_आंचल_के_रक्षा_करत_करत_जे_शहीद_हो_गईलन, उनकरा काहे भुला गइलअ हो #विजय भैया,#अनंत भैया ,काहे भुला गइलअ हो झारखंड सरकार #रघुवर बाबु ? ●जब शहीद बृजकिशोर यादव का पार्थिव शरीर को तरिंगे में लपेट कर उनके गांव लाया गया था तो परिवार के सदस्यों के आँखों से आंसुओं के धार ऐसे बहने शुरू हो गए थे जैसे मानों अब कभी थम नहीं पाएंगे। उन्हीं आंसूओं के समंद्र में राजमहल क्षेत्र के सांसद विजय हांसदा जी के साथ कई सफ़ेद कुरता वाले राजनेता भी नजर आएं थे जो रोते बिखलते टूटते हुए परिवार को एक शक्ति के रूप में कई आश्वासन दियें थे,एवं झारखण्ड सरकार के द्वारा किये गए घोषणा( शहीद परिवार के आश्रितों को ₹200000 की राहत धनराशि और एक सरकारी नौकरी) को जल्द से जल्द पूरी करवाने का वादा भी किये थे। ● अख़बारों,पत्रिकाओं,न्यूज़ चैनलों इत्यदि में सुबह शाम शहीद बृजकिशोर यादव का मुद्दा सुर्ख़ियों में था। ●आज तकरीबन एक वर्ष से अधिक समय बीत चुके हैं लेकिन शहीद परिवार के आश्रितों को आजतक न ही राहत धनराशि और न ही आश्रित को नौकरी मिल पाई है। परिवार के लोग सरकारी दफ्तरों में एक टेबल से दूसरी टेबल